भारत में खुदरा कारोबार के लिए शॉपिंग मॉल और हाई स्ट्रीट इलाकों में जगह लीज़ पर लेने का चलन बढ़ा है। परामर्शदाता संस्था कुशमैन एंड वेकफील्ड ने अपनी हालिया रिपोर्ट में बताया है कि देश के प्रमुख आठ शहरों में यह प्रवृत्ति ज्यादा देखने को मिल रही है। चालू कैलेंडर वर्ष में खुदरा कारोबार के लिए लीज़ पर ली जाने वाली जगह की मात्रा लगभग 15 प्रतिशत बढ़कर करीब 9 मिलियन वर्गफुट तक पहुंच सकती है। नई सप्लाई में वृद्धि और खुदरा विक्रेताओं की बढ़ी हुई मांग को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि 2024 में खुदरा कारोबारियों ने लगभग 7.8 मिलियन वर्गफुट जगह लीज़ पर ली थी। कोलकाता, बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद और अहमदाबाद इन आठ शहरों को लेकर खुदरा बाजार की मांग से जुड़ा विस्तृत डेटा संस्था ने प्रकाशित किया है। रिपोर्ट के अनुसार इन शहरों की हाई स्ट्रीट लोकेशनों में खुदरा जगह की लीज़ 2025 में लगभग 5.4 मिलियन वर्गफुट तक पहुंच सकती है जबकि 2024 में यह करीब 5.3 मिलियन वर्गफुट थी। हालांकि शॉपिंग मॉल के मामले में यह मांग सबसे ज्यादा देखी जा रही है।
मॉलों में खुदरा जगह की मांग 2024 के 2.5 मिलियन वर्गफुट से बढ़कर चालू वर्ष में 3.8 मिलियन वर्गफुट तक पहुंचने का अनुमान है। कुशमैन एंड वेकफील्ड के मुताबिक कोविड के झटके से 2020 में रिटेल स्पेस की लीज़ में जो गिरावट आई थी। उसके बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर खुदरा जगह लेने की प्रवृत्ति देखी जा रही है। संस्था के एग्ज़ीक्यूटिव एमडी गौतम सराफ ने कहा है कि महामारी के बाद 2025 में भारत का खुदरा रियल एस्टेट बाजार सबसे ज्यादा जगह लीज़ पर लिए जाने का साक्षी बनने जा रहा है।