अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला किया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की समिति बुधवार को ब्याज दरों पर फैसला करने के लिए बैठक की थी। वहीं यह निर्णय लिया गया।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला किया है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की समिति बुधवार को ब्याज दरों पर फैसला करने के लिए बैठक की थी। वहीं यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट या 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। उन्होंने यहां तक संकेत दिया कि चालू वर्ष में दो और बार ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। करीब एक साल बाद ब्याज दरों में कटौती की गयी है। इस कटौती से भारत सहित दुनिया भर के बाजार प्रभावित हो सकते हैं।
सितंबर 2025 में 25 बेसिस पॉइंट ब्याज दर में कटौती के बाद अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बेंचमार्क ब्याज दर 4 प्रतिशत से 4.25 प्रतिशत हो गयी है। यूएस फेडरल रिजर्व देश की बेरोजगारी दर को लेकर चिंतित है। फेड चेयरमैन पॉवेल ने आने वाले दिनों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ने पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस स्थिति से निपटने के लिए ही ब्याज दरों में कटौती की बात कही है।
दूसरी बार राष्ट्रपति पद पर बैठने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कई फैसले लिए हैं। फेड चेयरमैन ने बताया कि फेडरल रिजर्व उनके विभिन्न कदमों पर नजर रख रहा था। केंद्रीय बैंक देश की मुद्रास्फीति की स्थिति पर भी नजर रख रहा था। वे मानते हैं कि ट्रंप प्रशासन की विभिन्न नीतियों से बेरोजगारी की संभावना बढ़ गई है। सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए ही बैठक में ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया गया है।
हालांकि, इस बार की फेडरल रिजर्व की बैठक नाटकीयता से भरी थी। इसका श्रेय ट्रंप द्वारा नियुक्त नए फेड गवर्नर स्टीफन मूरन को जाता है। अधिकांश गवर्नर प्रतिनिधियों ने ब्याज दरों में कटौती का समर्थन किया लेकिन मूरन अपवाद थे। उनकी राय में ट्रंप की बात की ही प्रतिध्वनि सुनाई दी। वह एकमात्र गवर्नर थे जिन्होंने ब्याज दरों में कटौती के खिलाफ मतदान किया।