टीसीएस, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल के बाद अब एक्सेंचर भी कर्मचारियों की छंटनी की राह पर चल पड़ा है। पिछले तीन महीनों में दुनिया भर में 11,000 कर्मचारियों की छंटनी की गई है। कंपनी ने जानकारी दी है कि एआई पर बढ़ती निर्भरता और घटती मांग के कारण यह छंटनी की गई है। एक्सेंचर ने बताया है कि यह छंटनी कंपनी के पुनर्गठन की योजना का हिस्सा है। इस बहुराष्ट्रीय कंपनी ने कहा है कि अगले कुछ महीनों में और भी छंटनी हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट ने कहा कि ऐसे मामलों में जहां री-स्किलिंग (पुनःप्रशिक्षण) के जरिए जरूरी कौशल हासिल नहीं किए जा सकते वहां हमें छंटनी का रास्ता अपनाना पड़ता है। कंपनी आईटी-सेवा आधारित कारोबार में है। इसीलिए कंपनी ने मौजूदा मांग (क्लाइंट डिमांड) के अनुरूप एआई-आधारित काम करने के लिए अब अपने कर्मचारियों की संख्या कम कर दी है।
इस साल अगस्त तक एक्सेंचर के दुनिया भर में 7,79,000 कर्मचारी थे। सिर्फ़ तीन महीने पहले यह संख्या 7,91,000 थी। एक्सेंचर ने इस साल की शुरुआत में ही कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी थी। मीडिया सूत्रों के अनुसार, यह कटौती इस साल नवंबर तक जारी रहेगी। कर्मचारियों की संख्या में इस कटौती से एक्सेंचर को 1 अरब डॉलर की बचत होगी।
एक्सेंचर छंटनी के साथ-साथ अपस्किलिंग की ओर भी बढ़ रहा है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एजेंटिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। उन्हें जटिल कार्यों के लिए विभिन्न एआई टूल्स का उपयोग करना भी सिखाया जा रहा है।