शुभ ऊर्जा का प्रभाव कम होने पर जीवन में अशुभता आती है। इसलिए नया घर या फ्लैट सजाते समय वास्तु के कुछ पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है। यहाँ हैं वह टिप्स…
अपने घर की छत होना हर किसी की इच्छा होती है। लोग अपने घर को अपने मन मुताबिक सजाना चाहते हैं। इस मामले में वास्तु शास्त्र एक बड़ी भूमिका निभाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर सजाते समय किए जाने वाले कुछ गलतियों के कारण घर में अशुभ ऊर्जा प्रवेश करती है। शुभ ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है और जीवन में असमृद्धि आती है। इसलिए नए घर या फ्लैट को सजाते समय वास्तु के कुछ पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है। ये रहे वे टिप्स…
प्राकृतिक प्रकाश और हवा का संचालनघर में इस तरह से दरवाजे और खिड़कियाँ रखनी चाहिए कि सुबह का सूर्य का प्रकाश और हवा घर में प्रवेश कर सके। यह घर की ऊर्जा का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और वातावरण को ताज़ा रखता है। करणी तेल से शुद्धिकरणकरणी के गंध और धुएँ से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यह सभी के मन को शांति प्रदान करता है। शाम को घर की सफाई के नियम में इसे रखा जा सकता है।
अनावश्यक चीज़ें हटानाआपके कमरे की सजावट चाहे कितनी भी भरी हुई क्यों न हो, फिर भी ऐसा व्यवस्थापन होना जरूरी है कि दृष्टि और ऊर्जा के प्रवाह में कोई बाधा न आए। यह केवल सौंदर्यशास्त्र के लिए ही नहीं, बल्कि कमरे की सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी जरूरी है। रंगों का प्रभाववास्तु शास्त्र के अनुसार हल्के रंग की दीवारें मानसिक शांति और स्थिरता बनाए रखने में मदद करती हैं। इसलिए दीवारों के लिए शांत और कोमल रंग चुनें। सौने का कमरावास्तु अनुसार सिर दक्षिण की ओर रखकर सोने से नींद अच्छी आती है और मन शांत रहता है। यदि आप अनिद्रा से पीड़ित हैं तो आप इस नियम को एक बार अपनाकर देख सकते हैं।
अग्नि तत्वरसोई को घर में अग्नि शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस शक्ति को संतुलित बनाए रखना आवश्यक है विशेषकर जहाँ रसोई अधिक प्रयोग होती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई हमेशा घर के दक्षिण-पूर्व कोने में होनी चाहिए। जल तत्वघर में ऐसा स्थान होना चाहिए जहाँ जल तत्व सक्रिय हो। इससे घर का माहौल और मन दोनों शांत रहते हैं। आप एक एक्वैरियम या जल वाले चित्र रख सकते हैं। आइनावास्तु के अनुसार दो आइने कभी भी एक-दूसरे के सामने नहीं होने चाहिए और किसी आइने का बिस्तर या सोते हुए व्यक्ति की ओर नहीं होना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह ऊर्जा के प्रतिबिंब को बाधित कर सकता है।