वास्तुशास्त्र कहता है कि चाहे रिश्ता कितना भी अच्छा हो, कुछ चीजें कभी किसी को उपहार में नहीं देनी चाहिए। इससे रिश्ते में कड़वाहट आती है।
किसी के प्रति प्यार व्यक्त करने का अनोखा तरीका उसे उपहार देना है। इसे उसकी देखभाल या स्नेह दिखाने का एक सूक्ष्म रूप कहा जा सकता है लेकिन क्या आपने यह सुनिश्चित किया है कि प्यार से दिया गया उपहार अपने प्रियजन के लिए विनाश के बीज नहीं बो रहा है ? मतलब यह कि आप प्यार से उपहार देकर कोई गलत काम तो नहीं कर रहे हैं ? वास्तुशास्त्र कहता है कि चाहे रिश्ता कितना भी अच्छा क्यों न हो, कुछ चीजें कभी किसी को उपहार में नहीं देनी चाहिए। यह अशुभ शक्तियों को आमंत्रित करता है और रिश्ते में दरार डालता है।
कौन से 7 अशुभ उपहार कभी किसी को नहीं देने चाहिए ?
धारदार चीज़ें (चाकू, कैंची आदि) धारदार वस्तुएँ अलगाव या संबंधों में टूटन का प्रतीक मानी जाती हैं। वास्तु के अनुसार, इस प्रकार की चीज़ें उपहार देने से मतभेद या दूरी पैदा हो सकती है। यदि आप रोज़मर्रा की आवश्यकता की चीज देना चाहते हैं तो रसोई के उपकरण या लकड़ी के चम्मच का सेट दे सकते हैं। घड़ी या कलाई घड़ी घड़ी समय का प्रतीक है—समय समाप्त होने या खो जाने का संकेत देती है। वास्तु के अनुसार, किसी को घड़ी उपहार में देना उचित नहीं है। इससे आपका अच्छा समय या सौभाग्य किसी और तक चला सकता है। घड़ी की जगह आप सुंदर फोटोफ्रेम या कुछ और दे सकते हैं।पर्स खाली पर्स शून्यता का प्रतीक है। वास्तु के अनुसार, इसे कुछ न रखते हुए उपहार में देना सही नहीं है। यदि आप पर्स देते हैं, तो उसमें कम से कम एक रुपया जरूर रखें। इसे समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
काले कपड़े या गहरे रंग की चीज़ें
काला रंग शनि ग्रह के साथ जुड़ा हुआ माना जाता है। इसे अशुभ शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए वास्तु के अनुसार काले रंग के कपड़े उपहार में देना अशुभ है। इसके बजाय उज्जवल या पेस्टल शेड चुनें—जैसे पीला, हरा, या सुनहरा, जो सौभाग्य लाता है।
चमड़े की चीज़ें
वास्तु और ज्योतिष के अनुसार, चमड़े से बनी चीज़ें तमसिक ऊर्जा की वाहक होती हैं। विशेषकर शुभ अवसर पर ऐसे उपहार देने से बचना चाहिए। इसके बजाय आप कपास, लकड़ी या प्राकृतिक सामग्रियों से बने बैग, गहने या सजावट की चीज़ें दे सकते हैं। काँटेदार पेड़ सामान्यतः शुभ उपहार होते हैं, लेकिन काँटेदार पेड़ बाधा और संघर्ष के प्रतीक होते हैं। वास्तु के अनुसार, ये संबंधों में अशुभ ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। इसके बजाय बाँस या मनी प्लांट जैसी हरी, पत्तेदार पौधों को उपहार में दें—जो शुभ ऊर्जा को आकर्षित करते हैं। अचार या पुराना संरक्षित भोजनवास्तु के अनुसार, अचार या लंबे समय तक संरक्षित किया गया भोजन 'ठहराव' या देरी का प्रतीक होता है। यह शनिदेव के कुप्रभाव को आकर्षित कर सकता है। इसके बजाय ताजे फल या स्वास्थ्यप्रद भोजन उपहार में दे सकते हैं।