दीपावली पर घर सजाना ही काफी नहीं है, देवी की कृपा पाने के लिए आंतरिक सजावट करें

By Sayam Krishna Dev, Posted by:लखन भारती

Oct 19, 2025 17:06 IST

दीपावली का मतलब होता है रोशनी, आनंद और नए आरंभ का प्रतीक। इस समय कई लोग अपने घर को नए सिरे से सजाने की योजना बनाते हैं। इसके अलावा, कई घरों में दीपोत्सव और लक्ष्मी पूजन के अवसर पर मेहमान आते हैं। इसलिए घर को थोड़ा व्यवस्थित करना जरूरी है लेकिन घर सजाते समय केवल सुंदरता का ध्यान रखना पर्याप्त नहीं है।

दीपावली की तैयारी करते समय कुछ और बातें भी ध्यान में रखना जरूरी है। यहां आसान 5 सुझाव दिए गए हैं। केवल दीपावली पर घर सजाना ही पर्याप्त नहीं है, देवी की कृपा पाने के लिए वास्तु के अनुसार आंतरिक सजावट भी करें।

साफ-सफाई से शुरुआत करें

वास्तुशास्त्र के अनुसार, देवी लक्ष्मी केवल साफ और सुव्यवस्थित घर में ही आती हैं। इसलिए दीपावली से पहले घर के हर कोने को अच्छी तरह झाड़ें, धूल-मिट्टी और अनावश्यक वस्तुएं हटा दें। पर्दे, बिस्तर के चादर, कुशन के कवर, सब कुछ बदलने का अवसर मिले तो बेहतर है। साफ-सुथरे घर में ही त्योहार का वास्तविक आनंद है। रंगीन लाइट की सजावट दीपावली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है रोशनी की सजावट। दीपावली का मतलब ही तो रोशनी का त्यौहार है। घर की बालकनी, खिड़कियां और प्रवेश द्वार को रंगीन लाइट, दीप या मोमबत्ती से सजा सकते हैं। अगर चाहें तो सोलर या एलईडी फैरी लाइट से छत के किनारे रोशनी की चमक भी बना सकते हैं।

रंगोली और फूलों की साज-सज्जादरवाजे के सामने या बैठक कक्ष के कोने में रंग-बिरंगी रंगोली बना सकते हैं। वास्तु के अनुसार रंगोली न केवल सुंदरता बढ़ाती है बल्कि शुभ ऊर्जा को भी आमंत्रित करती है। यह घर में शुभ ऊर्जा के प्रवाह को बनाए रखती है। साथ ही, चमेली, कमल या गुलाब के फूलों से माला बनाकर दरवाजे के फ्रेम और पूजा के स्थान पर सजाया जा सकता है। फूलों की खुशबू घर में शांति और पवित्रता लेकर आती है। घर में नई साज-सज्जा के सामान जोड़ेंयदि चाहें तो नए कुशन कवर, टेबल रनर या दीवार पर छोटे आर्टवर्क जोड़ सकते हैं।

पीतल या मिट्टी के बर्तन में फूल या दीपक रखने से घर में पारंपरिक छुअन आता है। छोटे फव्वारे, सुगंधित मोमबत्तियाँ या धूप का उपयोग कर भी वातावरण को और आकर्षक बनाया जा सकता है।

घर के मुख्य प्रवेशद्वार को विशेष रूप से सजाएं।घर के प्रवेशद्वार को दीवाली की सजावट में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। दरवाजे के दोनों ओर दीपक या लालटेन रख सकते हैं। नहीं तो कम से कम मोमबत्ती। दरवाजे के ऊपर तोरण की तरह फूलों की माला लटका सकते हैं। चाहें तो जमीन पर लक्ष्मी-पदचिह्न का डिज़ाइन बना सकते हैं, जो शुभ आगमन का प्रतीक है।

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