इंडिया गेट के पास दिल्ली पुलिस के हाथों प्रताड़ित होने के ठीक अगले दिन ही 10 जनपथथ पर एक अलग तस्वीर दिखी। यूपी के उन्नाव में सामूहिक बलात्कार मामले में पीड़िता के चेहरे पर भयावह अनुभव सुनकर सोनिया और राहुल गांधी अपनी आंखों में आंसू रोक नहीं पाए। पूर्व BJP विधायक कुलदीप सेनग्नर की जमानत और सजा स्थगित के निर्देश के बाद पीड़िता के परिवार में आतंक का माहौल है। पीड़िता के परिवार वाले अपनी जान के डर से वे लोग विपक्ष के नेता राहुल गांधी के आश्रय में पहुंचे।
बैठक के बाद पीड़िता ने बताया कि राहुल गांधी ने स्वयं उनसे मिलने की इच्छा जताई थी। पीड़िता की सीधी अपील थी, ‘हम जीना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में हमारी सुरक्षा नहीं है। हमारे परिवार को किसी कांग्रेस शासित राज्य में पुनर्वास दिया जाए।’ साथ ही सुप्रीम कोर्ट में सेंगर की जमानत को चुनौती देने के मामले में भी उन्होंने राहुल गांधी से कानूनी सहायता मांगी।
पीड़िता ने बताया कि राहुल गांधी ने उन्हें पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने वादा किया कि शीर्ष अदालत में उनके लिए लड़ने के लिए सबसे अच्छे वकील की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा पीड़िता के पति ने राहुल से एक अच्छी नौकरी का भी अनुरोध किया। इस मामले को वे देखेंगे, इसका आश्वासन लोकसभा में विपक्षी नेता ने दिया।
लेकिन उन्नाव की पीड़िता ने बताया कि राहुल और सोनिया गांधी से मिलने के बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलना चाहती है। उन्होंने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और राष्ट्रपति से भी मिलना चाहती हूं। मुझे केवल न्याय चाहिए, और कुछ नहीं।'
इससे पहले नई दिल्ली के इंडिया गेट इलाके में प्रदर्शन करते समय पीड़िता और उनकी मां को पुलिस की रोक के सामना करना पड़ा था। उस संदर्भ को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया। लोकसभा के विपक्षी नेता ने कहा, 'दुष्कर्मियों को जमानत दी जा रही है और पीड़ितों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। भारत आज सिर्फ अर्थव्यवस्था में ही नहीं, हम एक मृत समाज में भी बदल रहे हैं।'