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दिल्ली में पीड़िता और उसकी मां पर हमले की बात सुनकर उत्तर प्रदेश के मंत्री का ठहाका-‘घर तो उन्नाव में है…’

इंडिया गेट के सामने पीड़िता और उसकी मां प्रदर्शन कर रही थीं। आरोप है कि उन्हें खींचकर घसीटते हुए वहां से हटा दिया गया। यह बात सुनकर उत्तर प्रदेश के मंत्री ओपी राजभर ने हंसते हुए प्रतिक्रिया दी।

By कौशिक भट्टाचार्य, Posted by डॉ.अभिज्ञात

Dec 25, 2025 11:59 IST

नयी दिल्ली/लखनऊः कुलदीप सेंगर की आजीवन कारावास की सज़ा पर रोक लगाए जाने के विरोध में पीड़िता और उसकी मां इंडिया गेट पहुंची थीं। लेकिन आरोप है कि पुलिस ने उन्हें खींचकर घसीटते हुए वहां से हटा दिया। बुधवार को यह बात सुनते ही उत्तर प्रदेश के मंत्री ओमप्रकाश राजभर हंस पड़े। हंसते-हंसते उन्होंने कहा, “लेकिन उसका घर तो उन्नाव में है…।” इस घटना के बाद तीखी आलोचना शुरू हो गई है।

मंगलवार को उन्नाव बलात्कार मामले में दोषी करार दिए गए कुलदीप सेंगर की आजीवन कारावास की सज़ा पर रोक लगाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें ज़मानत दे दी। इस खबर से पीड़िता और उसका परिवार टूट गए। उन्होंने इंडिया गेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन आरोप है कि पीड़िता और उसकी मां को पुलिस की बाधा का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, उन्हें खींचकर घसीटते हुए वहां से हटाया गया।

इस घटना पर उत्तर प्रदेश के मंत्री ओमप्रकाश राजभर की प्रतिक्रिया जानने के लिए पत्रकारों ने उनसे सवाल किया। जवाब में उन्होंने केवल इतना कहा, “लेकिन उसका घर तो उन्नाव में है…,” और इसके बाद ज़ोर से हंसने लगे। यह टिप्पणी सामने आते ही विवाद तेज़ हो गया। विपक्ष के एक वर्ग का कहना है, “इंडिया गेट की उस शाम की तस्वीर और मंत्री की हंसी ही बता देती है कि राजनीति और प्रशासन कहां खड़े हैं।”

पीड़िता ने दावा किया है कि उसके परिवार के सदस्यों, वकील और गवाहों की सुरक्षा पहले ही हटा ली गई है। उसने कहा, “फ़ैसला सुनने के बाद मेरा आत्महत्या करने का मन कर रहा था, लेकिन परिवार के बारे में सोचकर खुद को रोक लिया।” उसने साफ कहा, “अगर ऐसे मामले में दोषी को ज़मानत मिल जाती है तो देश की बेटियों की सुरक्षा कौन करेगा? यह फ़ैसला हमारे लिए मौत के बराबर है।”

इसी दिन पीड़िता ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। उसने अपील की, “हम जीना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश में हमारी सुरक्षा नहीं है। हमारे परिवार को किसी कांग्रेस-शासित राज्य में पुनर्वास दिया जाए।” साथ ही उसने सेंगर की ज़मानत को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात भी कही।

पीड़िता ने बताया कि राहुल गांधी ने हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने वादा किया है कि शीर्ष अदालत में उसकी ओर से लड़ने के लिए सबसे अच्छे वकील की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, पीड़िता के पति के लिए एक अच्छी नौकरी की भी अपील की गई है। इस पर भी विचार करने का आश्वासन विपक्ष के नेता ने दिया है।

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