नयी दिल्लीः विदेश से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यह आरोप लगाया कि “भारत का लोकतंत्र खतरे में है।” उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा हमला बोला और “वोट चोरी” का मुद्दा भी उठाया। राहुल ने कहा कि “जांच एजेंसियों और देश की संस्थागत व्यवस्थाओं का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।” इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों की भी कड़ी आलोचना की।
राहुल के इन बयानों पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें “बचपाना टिप्पणी” करार दिया।
राहुल गांधी जर्मनी के दौरे पर हैं, जहाँ उन्होंने हार्टी स्कूल में एक चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, “भाजपा के खिलाफ ईडी या सीबीआई ने कोई मामला दर्ज नहीं किया, लेकिन बाकी सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ किया गया है। संस्थानों पर हमला हो रहा है और अब सब कुछ केंद्र सरकार के नियंत्रण में है।” उन्होंने यह भी दावा किया कि ये संस्थान कांग्रेस की देन हैं।
राहुल ने आरोप लगाया कि जो उद्योगपति या कारोबारी कांग्रेस का समर्थन करते हैं, उन्हें धमकाया जाता है। उन्होंने कहा, “जो भी व्यापारी कांग्रेस का समर्थन करता है, उसे डराया जाता है और कई मामलों में फँसाने की धमकी दी जाती है।” इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र गंभीर संकट में है और मौजूदा हालात से निपटने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होना चाहिए।
इससे पहले भी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले राहुल गांधी “वोट चोरी” के मुद्दे को उठा चुके हैं। उन्होंने हरियाणा और कर्नाटक की मतदाता सूचियों में फर्जी नामों और अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। मंगलवार को भी उन्होंने कहा, “भारत की चुनावी व्यवस्था में गंभीर समस्याएँ हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र में हमें जीतना चाहिए था।”
राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आर्थिक सोच की भी तीखी आलोचना करते हुए कहा, “भाजपा और आरएसएस पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आर्थिक संरचना को ही आगे बढ़ा रहे हैं। वे कोई नई दिशा नहीं दे पाए हैं।” उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा आर्थिक नीति विफल होगी और इसमें गंभीर खामियाँ हैं।
राहुल के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, “अगर आप भारत से प्रेम करते हैं, तो आप देश की विफलता की कामना नहीं कर सकते।” उन्होंने राहुल पर देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। वहीं भाजपा नेता शोभा करंदलाजे ने राहुल को “भारत-विरोधी” बताते हुए कहा कि “विदेश जाकर देश के खिलाफ बोलना उनकी पुरानी आदत है।”