ढाकाः बांग्लादेश में राजनीतिक और छात्र-आंदोलन से जुड़े नेताओं पर हमलों की शृंखला जारी है। शरीफ उस्मान हादी की हत्या के कुछ ही दिनों बाद सोमवार को दक्षिण-पश्चिमी शहर खुलना में एक और नेता मोतालेब शिकदर को सिर में गोली मार दी गई। हमलावरों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) की संयुक्त प्रधान समन्वयक महमूदा मितु ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि मोतालेब शिकदर एनसीपी के खुलना डिवीजन प्रमुख हैं और पार्टी की वर्कर्स फ्रंट/श्रमिक इकाई जातीय श्रमिक शक्ति के केंद्रीय आयोजक भी हैं। पेशे से डॉक्टर हैं, ने मितु ने कहा कि गोली लगने के बाद शिकदर को गंभीर अवस्था में खुलना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तत्काल आपात उपचार शुरू किया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शिकदर को सिर के बाएं हिस्से में गोली लगी और अस्पताल लाए जाने के समय अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा था। बाद में उनकी चोट की सटीक स्थिति का आकलन करने के लिए उन्हें केएमसीएच के सिटी इमेजिंग सेंटर में स्थानांतरित किया गया।
पुलिस के मुताबिक, हमला सोमवार को दोपहर से कुछ पहले शहर के सोनाडांगा माजिद सरणी इलाके में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय लोगों ने तुरंत हस्तक्षेप कर घायल नेता को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। पुलिस ने बताया कि घटनास्थल और अस्पताल दोनों जगह अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। हालांकि हमलावरों या हमले के मकसद के बारे में अभी तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश पहले से ही अशांति के दौर से गुजर रहा है। इससे पहले 12 दिसंबर को ढाका के बिजयनगर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने शरीफ उस्मान हादी को नजदीक से सिर में गोली मार दी थी। हादी छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलनों के प्रमुख चेहरों में शामिल थे और वे इंक़लाब मंच के प्रवक्ता थे। 32 वर्षीय हादी आगामी 12 फरवरी को प्रस्तावित आम चुनावों के उम्मीदवार भी थे। हादी को गंभीर हालत में एयर एंबुलेंस से सिंगापुर ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान 18 दिसंबर को उनकी मौत हो गई। उनकी मृत्यु के बाद ढाका और अन्य बड़े शहरों में हिंसा और विरोध-प्रदर्शन भड़क उठे, जिसमें कार्यकर्ताओं ने अपने नेता के लिए न्याय की मांग की।
हादी की मौत के मामले में पुलिस ने मुख्य संदिग्ध फैसल करीम मसूद के माता-पिता, पत्नी और एक महिला मित्र को गिरफ्तार किया है, हालांकि अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे अभी उसके वर्तमान ठिकाने को लेकर निश्चित नहीं हैं।
गौरतलब है कि हादी उन छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलनों से जुड़े प्रमुख नेताओं में थे, जिनके बाद शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार को सत्ता से हटना पड़ा था। ताजा हमलों ने एक बार फिर बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था, राजनीतिक हिंसा और नेताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।