ट्वेंटी-20 फॉर्मेट में कल तक उन्होंने किसी भी बड़ी टीम के खिलाफ जीत हासिल नहीं की थी। वह दौरा टूट गया और सबका ध्यान खींचा। ट्वेंटी-20 सीरीज के पहले मैच में उन्होंने वेस्ट इंडीज़ को 19 रन से हराया। ICC के पूर्ण सदस्य, यानी टेस्ट खेलने वाले किसी भी देश के खिलाफ यह नेपाल की पहली जीत है। इसलिए यह नेपाल क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन है। इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज में नेपाल ने 1-0 की बढ़त ली। दूसरी ओर, एक बार फिर कैरिबियाई टीम की परेशानी सामने आई।
इस बार स्टार क्रिकेटरों के बावजूद वेस्ट इंडीज़ को नेपाल के हाथों हार का सामना करना पड़ा। हालांकि कैरीबियाई बल्लेबाजों की विफलता के साथ-साथ नेपाल के क्रिकेटरों के शानदार प्रदर्शन की भी बात करनी होगी। यह मैच शारजा में आयोजित किया गया था। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला वेस्ट इंडीज़ ने किया। शुरुआती पार्ट में ही नेपाल 12 रन पर 2 विकेट खोकर दबाव में आ गया था।
वहाँ से संघर्ष करके टीम को उठाने में कप्तान रोहित पाउडेल और कुशल मल्ला ने मदद की। रोहित ने 35 गेंदों में 38 रन बनाए, जबकि कुशल के बल्लेबाजी से 30 रन आए। अंत में गुलशन झा (22) और दीपेंद्र सिंह आइरी (17) के संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी से नेपाल ने 20 ओवर में 148 रन बनाए। 4 विकेट जेसन होल्डर ने लिए। 3 विकेट नवीन विदाइसिर ने लिए।
149 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्ट इंडीज ने शुरुआत से ही नियमित अंतराल पर विकेट खोए। कैरिबियनों की ओर से सबसे अधिक रन नवोदित बिदैसी ने बनाए। उन्होंने 25 गेंदों में 22 रन बनाए। आमिर जांगू (19), केस्सी कार्टी (16) ने कुछ हद तक प्रयास किया।
अंत में फेबियन एलेन (14 गेंदों में 19) और अकील हुसैन (9 गेंदों में 18) ने खेल को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। नेपाल के गेंदबाजों की नियंत्रित गेंदबाजी में वेस्ट इंडीज ने 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 129 रन बनाए। परिणामस्वरूप नेपाल ने 19 रनों से जीत दर्ज कर ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया।