सूर्यकुमार यादव बनाम सलमान आगा से आज महिलाओं के वनडे विश्व कप में हरमनप्रीत कौर बनाम फातिमा सना। दुबई की जगह कोलंबो। स्थान-काल-पात्र बदल गए हैं। नहीं बदली है हैंडशेक-प्रकरण की चर्चा। क्या आज टॉस के समय हाथ मिलाकर बाईस गज की दुनिया में कोई अलग अध्याय लिखेंगी महिला क्रिकेटर?
भारत-पाक के हाल के अनजान चित्र की जगह क्या अतीत की तरह कोई दृश्य तैयार होगा? जो दृश्य चार साल पहले ऐसे ही एक वनडे विश्व कप में हमेशा के लिए दोस्ती के कैनवास पर अंकित हो गया था। मैच के बाद पाकिस्तान की तब की कप्तान बिस्मा मारूफ की छह महीने की बच्ची को प्यार से भर दिया था हरमनप्रीत, स्मृति, रिचा ने। जिस तस्वीर को देखकर उत्साहित सचिन तेंदुलकर ने एक्स पर (तब ट्विटर) लिखा था, 'मैदान की प्रतिद्वंद्विता मैदान के बाहर मिटा देना सिखाता है क्रिकेट। क्या अद्भुत क्षण!'
चार साल में गंगा, झेलम के ऊपर से बहुत पानी बह गया है। जिसका असर दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों पर भी पड़ा है। भारत-पाक द्विपक्षीय सीरीज बहुत दिनों से बंद है। अब एशिया कप ने दिखाया है हाथ न मिलाना, यहाँ तक कि प्रतिपक्ष का नाम तक न लेना लेकिन महिलाओं के विश्व कप में एक अलग संभावना जन्म ले रही है जैसे। यहाँ जैसे कुछ फर्क है कप्तान स्काई और कप्तान हैरी के बीच।
एशिया कप के समय 'पाकिस्तान' शब्द को ही बदलकर सूर्य ने कहा था, 'उन लोगों ने।' हरमनप्रीत शनिवार को कोलंबो में उतने रूढ़ नहीं हो पाई थीं। बचपन में भारत-पाकिस्तान मैच का उत्साह उन्हें कितना उत्तेजित करता था, वह बात कह डाली हैरी ने। अजीब है, आज दोनों कप्तानों का हैंडशेक होगा या नहीं, इस पर जुआरी भी दांव लगा रहे हैं। वैसे मैच में आँख मूंदकर फेवरेट भारत है। कारण रिकॉर्ड बुक। इससे पहले 11 मुकाबलों में भारत 11 बार जीता है।
हैंडशेक के नए एपिसोड की संभावना जन्म ले रही है मंधाना-दीप्ति की निष्कपट स्मृतियों में। स्मृति मंधाना का कहना है, 'भारत-पाकिस्तान मैच का माहौल हमेशा ही अलग होता है। गैलरी भरी रहती है। मैच के दिन सुबह से सब लोग बस एक ही बात कहते रहते हैं, मैच जीतो। इस तरह के माहौल में सबसे अच्छा प्रदर्शन निकलकर आता है। मैं और मेरे टीममेट ऐसे माहौल का आनंद लेते हैं।'
टीम इंडिया की ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा के अनुसार, किसी भी मैच की तुलना में भारत-पाक मैच का उत्साह अलग होता है। सीधे शब्दों में, पाकिस्तान मैच को लेकर पुराना जाना-पहचाना भावुकता टीम इंडिया के क्रिकेटरों की बातों में झलक रही है।
भारत के बॉलिंग कोच अविष्कार सालवी ने हालांकि हाल की परिस्थितियों के संदर्भ में भारत-पाक माहौल के बारे में संवाद की तरह दोहराया है, 'हम सिर्फ क्रिकेट पर ध्यान दे रहे हैं।' हैंडशेक जरूर होगा, ऐसी निश्चितता नहीं दे पाए भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सचिव देवजीत सैकिया भी।
सीधे शब्दों में, हैंडशेक अनिश्चित है। जैसे बारिश की भ्रुकुटी में अनिश्चित मैच भी, लेकिन क्रिकेट तो महान अनिश्चितता का खेल है। लय में लय कितने रंग बदलती है...।