इस असफलता के बाद पाकिस्तान की रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं। बाबर-रिजवान को हटाकर युवा क्रिकेटरों के साथ टीम बनाने का एक्सपेरिमेंट विफल हुआ है, ऐसा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है। इसलिए अंत में कहा जा रहा है कि बाबर आज़म को भी टीम में लेना चाह रहे थे वे। यह घटना क्या है?
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों ने कहा है कि बाबर आज़म को टीम में लौटाने के निर्देश दिए गए हैं। भारत के खिलाफ हार के बाद बाबर आज़म को टीम में शामिल करने के लिए आयोजकों से आवेदन किया गया था लेकिन आयोजकों ने उस आवेदन पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी टूर्नामेंट शुरू होने से पहले स्क्वॉड में नहीं थे, उन्हें बीच में टीम में नहीं लिया जा सकता।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के खिलाफ दो हार के बाद पाकिस्तान बोर्ड के सदस्यों ने बाबर को यूएई भेजने की इच्छा जताई थी लेकिन किसी भी खिलाड़ी के चोटिल न होने पर स्क्वाड में बदलाव नहीं किया जा सकता, यह चयनकर्ताओं ने बताया। उस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में बाबर पाकिस्तान टीम में लौटेंगे। एशिया कप के प्रदर्शन के आधार पर सलमान अली आगा कप्तान बने रहेंगे या नहीं, यह भी तय किया जाएगा।
वापसी की संभावना मोहम्मद रिजवान के लिए भी है, जो एक अनुभवी बल्लेबाज हैं। अगर हैरिस बार-बार विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में इस तरह विफल होते हैं, तो उम्मीद है कि रिज़वान टीम में वापस आ सकते हैं। यानि, पाकिस्तान के प्रयोग के लिए जो टीम है, वह एक बार फिर असफल होती दिख रही है। स्थिति की गंभीरता भी स्पष्ट हो गई है।