हावड़ा: बंगाल की फुटबॉल की अभिभावक संस्था आईएफए मैदान में अपना कोई स्थायी टेंट या स्टेडियम नहीं बना पाई है। हालांकि 'हॉकी बंगाल' धीरे-धीरे अपनी सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ कर रहा है। मैदान क्षेत्र के सबसे बेहतरीन वातावरणों में रेड रोड के किनारे 'हॉकी बंगाल' को अपना टेंट और अपना मैदान मिल गया है। राज्य सरकार की सहायता से हावड़ा के डुमुरजला में 'हॉकी बंगाल' को एस्ट्रो टर्फ की सुविधाएं मिल गई हैं। वहां एक मैच ग्राउंड के साथ-साथ तेजी से प्रैक्टिस ग्राउंड भी बनाया जा रहा है।
नए साल में ही हॉस्टल बनाने की भी योजना है। साथ ही वहां जिम्नेजियम, ड्रेसिंग रूम और सीमित दर्शक क्षमता वाला स्टेडियम भी तैयार किया जा रहा है। 'हॉकी बंगाल' के सचिव इस्तियाक अली ने मंगलवार को कहा कि साल भर लड़कों और लड़कियों के लिए टर्फ पर खेलने और अभ्यास की व्यवस्था किए बिना अच्छे स्तर के खिलाड़ी तैयार करना संभव नहीं है। इसलिए हम डुमुरजला के इसी मैदान में यह व्यवस्था कर रहे हैं। राज्य सरकार हमें हर तरह का सहयोग दे रही है।
'हॉकी बंगाल' की पहल पर करीब तीन हफ्तों तक सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर वर्ग की राज्य लीग आयोजित की गई। मंगलवार को डुमुरजला में सभी वर्गों के फाइनल मुकाबले खेले गए। सीनियर पुरुष और महिला वर्ग में हावड़ा और दक्षिण 24 परगना चैंपियन बने। जूनियर वर्ग में कोलकाता और दक्षिण 24 परगना विजेता रहे। सब-जूनियर वर्ग में दोनों श्रेणियों में कोलकाता ने खिताब जीता।