हाल ही में SAFF कप जीतकर भारत लौटी है ईस्ट बंगाल की महिला फुटबॉल टीम। एक बार फिर विदेशी धरती पर ‘मशाल गर्ल्स’ ने भारत का नाम रोशन किया है। पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहकर चैंपियन बनते हुए ईस्ट बंगाल ने नया इतिहास रचा। कोलकाता लौटने पर एयरपोर्ट पर हजारों समर्थकों ने टीम का जोरदार स्वागत किया और उत्साह दिखाया। अब ईस्ट बंगाल की महिला टीम के सामने एक नई चुनौती है। बुधवार को वे इंडियन विमेंस लीग (IWL) के अपने पहले मैच में उतरेंगी। हालांकि इस मुकाबले से पहले थकान को सबसे बड़ी समस्या बताते हुए लाल-पीली ब्रिगेड के कोच एंथनी एंड्रयूज ने शेड्यूल को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की।
मंगलवार को मैच से पहले आयोजित वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेड कोच एंथनी एंड्रयूज और फुटबॉलर कार्तिका अंगमुथु मौजूद थी। पिछले सीजन में ईस्ट बंगाल इस टूर्नामेंट की चैंपियन रही थी, इसलिए खिताब बचाने की चुनौती उनके सामने है। हालांकि कार्तिका इसे अतिरिक्त दबाव के रूप में नहीं देखतीं। उन्होंने कहा कि घरेलू मैदान पर समर्थकों के सामने खेलना निश्चित रूप से टीम को उत्साहित करेगा। ट्रॉफी जीतने का दबाव थोड़ा बहुत रहेगा, लेकिन हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलने की आदी हैं, इसलिए इसे लेकर ज्यादा नहीं सोच रहे हैं।
हालांकि ईस्ट बंगाल के कोच को खिलाड़ियों की थकान चिंता में डाल रही है। एएफसी चैंपियंस लीग खेलने के बाद ही फाजिला इकवापुत और शिल्की देवी SAFF कप में उतरी थीं। SAFF कप जीतकर टीम रविवार को शहर लौटी, सोमवार को जश्न में दिन बीत गया और बुधवार को ही IWL का पहला मैच खेलना है। इसी वजह से एंथनी एंड्रयूज ने शेड्यूल पर असंतोष जताया।
उन्होंने कहा कि लगातार मैच खेलने के कारण खिलाड़ियों की थकान इस समय सबसे बड़ा फैक्टर है। कोच के तौर पर मैं चाहता था कि यह मैच दो-तीन दिन आगे बढ़ा दिया जाए। अगर सब कुछ सोच-समझकर शेड्यूल बनाया जाता, तो खिलाड़ियों को आराम मिल पाता। 24 घंटे के भीतर मैच खेलना पड़ रहा है, जो चिंता की बात है। उम्मीद है खिलाड़ी हालात के साथ तालमेल बैठाएंगे और अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।
पहले मैच में ईस्ट बंगाल का सामना मदुरै की टीम सेतु एफसी से होगा। हालांकि विरोधी टीम को लेकर कोच ज्यादा चिंतित नहीं हैं। पहले एकादश को लेकर भी उन्होंने सस्पेंस बनाए रखा। IWL में तीन विदेशी खिलाड़ी खिलाए जा सकते हैं, लेकिन शुरुआती एकादश में किन तीन को शामिल किया जाएगा, इसका फैसला वह मैच वाले दिन ही करेंगे। स्क्वॉड लगभग वही रहने के बावजूद उन्होंने कुछ नियमित खिलाड़ियों को आराम देकर स्थानीय खिलाड़ियों को मौका देने के संकेत भी दिए। अब देखना होगा कि थकान से उबरकर ईस्ट बंगाल पहले मैच में जीत हासिल कर पाती है या नहीं।