प्रीमियर लीग शुरू होने से पहले एस्टन विला को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं थी। वही एस्टन विला अब ईपीएल तालिका में तीसरे स्थान पर है। 17 मैचों में उनके 36 अंक हैं। सबसे अहम बात यह है कि शीर्ष पर मौजूद आर्सेनल से विला की दूरी अब सिर्फ तीन अंकों की है। इसलिए सवाल उठ रहा है कि लीग की शुरुआत में डगमगाने के बावजूद क्या एस्टन विला अब खिताब का दावेदार बन चुका है?
10 साल पहले 2015-16 सीजन में क्लॉडियो रानिएरी की लीसेस्टर सिटी ने प्रीमियर लीग जीतकर सबको चौंका दिया था। क्या इस बार उनाई एमरी की विला कुछ वैसा ही कर पाएगी? इस वक्त विला को लेकर चर्चा की सबसे बड़ी वजह है सभी टूर्नामेंट मिलाकर लगातार 10 मैचों में जीत। प्रीमियर लीग में उनसे ऊपर मौजूद दोनों टीमें आर्सेनल और मैनचेस्टर सिटी 65 को विला ने हराया है। इसके अलावा टॉटनहैम और मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ भी जीत दर्ज की है।
आखिर यह सफलता कैसे मिली? कई फुटबॉल विशेषज्ञ इसका श्रेय कोच उनाई एमरी को दे रहे हैं। पिछले एक दशक में उन्होंने सेविया को तीन बार यूरोपा लीग जिताई, पीएसजी के साथ फ्रेंच लीग जीती और वियारियाल के साथ भी यूरोप लीग का खिताब हासिल किया। उनके लंबे कोचिंग अनुभव और तेज दिमागी रणनीति का असर साफ दिख रहा है। टीम में जबरदस्त लड़ाकू जज्बा है इस वजह से पीछे होने के बावजूद खिलाड़ी शानदार वापसी कर रहे हैं।
टीम के कुछ खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं, जैसे गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज। सीजन की शुरुआत में यह संशय था कि वह किस क्लब में जाएंगे और अब वही अपनी गोलकीपिंग से टीम को बचा रहे हैं। मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ यह हाल ही में देखने को मिला। मॉर्गन रोजर्स के दो गोलों से यूनाइटेड को हार झेलनी पड़ी। उनके हालिया फॉर्म से विला के समर्थक बड़े सपने देख रहे हैं। इसके साथ ही डिफेंस में पाउ टोरेस, एजरी कॉन्सा और मैटी कैश लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मिडफील्ड में जॉन मैकगिन एक शानदार बॉल स्नैचर के रूप में उभरे हैं। इस सीजन में लीग में घरेलू मैदान पर विला ने सिर्फ एक मैच गंवाया है वह भी अगस्त के अंत में। साल खत्म होने से पहले चेल्सी और आर्सेनल के खिलाफ मुकाबले हैं। हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि अब से ही विला और एमरी की असली परीक्षा शुरू होगी। अभी भी 21 मैच खेले जाने बाकी हैं।