फ्रांस और विश्व फुटबॉल के वह एक महान दिग्गज हैं। जिनेदिन जिदान को सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डरों में से एक माना जाता है। गोल करने और करवाने में वे माहिर थे। लेकिन उनके बेटे ने बिल्कुल उलटा रास्ता चुना है। उनका काम गोल बचाना है। हालांकि वे फ्रांस नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर अल्जीरिया की ओर से खेल रहे हैं। इस बार उन्होंने अफ्रीका कप ऑफ नेशंस (AFCON) में सभी का ध्यान खींचा। AFCON के ग्रुप चरण के मैच में अल्जीरिया ने सूडान को 3–0 से हराया। इस मुकाबले में गैलरी में बैठकर जिदान खुद अपने बेटे का खेल देखते नजर आए।
अक्टूबर में विश्व कप क्वालीफायर मैच के जरिए लुका जिदान ने अल्जीरिया की जर्सी में पदार्पण किया था। बुधवार को वे अपना दूसरा मैच खेलने उतरे। मुख्य गोलकीपर अलेक्जांद्र ओउकिजा चोट के कारण नहीं खेल सके, इसलिए लुका को मौका मिला और AFCON में अपने पदार्पण मैच में ही उन्होंने क्लीन शीट रखी। पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलते समय वे थोड़े नर्वस जरूर थे, लेकिन इसका असर उनके प्रदर्शन पर नहीं पड़ा। पूरे मैच में उन्होंने कई शानदार सेव किए।
मैच देखने जिदान खुद भी पहुंचे थे। जब भी स्क्रीन पर उन्हें दिखाया गया दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाईं। अल्जीरिया के लिए खेलने को लेकर लुका ने कहा कि मेरे दादा अल्जीरिया में रहते हैं। देश बदलने से पहले मैंने उनसे सलाह ली थी। वे बहुत खुश हैं।
बुधवार को ग्रुप E के पहले मैच में अल्जीरिया मैदान पर उतरा। शुरुआती एकादश में रियाद महरेज और रायन ऐत नूरी जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल थे। मैच शुरू होने के दो मिनट के भीतर ही महरेज ने अल्जीरिया को बढ़त दिला दी। 39वें मिनट में सूडान के खिलाड़ी सलाह आदेल को लाल कार्ड दिखाया गया। दस खिलाड़ियों के साथ खेल रही सूडान की टीम पर अल्जीरिया ने दबाव और बढ़ा दिया। 61वें मिनट में महरेज ने अपना दूसरा गोल किया। 85वें मिनट में इब्राहिम माजा ने स्कोर बढ़ाया।
दूसरे मैच में आइवरी कोस्ट ने 1–0 से जीत दर्ज की। मैनचेस्टर यूनाइटेड के युवा खिलाड़ी अमाद दियालो ने एकमात्र गोल कर अपनी टीम को जीत दिलाई।