अंडर-19 एशिया कप में टीम इंडिया की शुरुआत शानदार रही थी। ग्रुप चरण में उन्होंने लगातार मैचों में दबदबे के साथ जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में भी श्रीलंका को आसानी से हरा दिया, लेकिन फाइनल में आकर लय टूट गई। पाकिस्तान के खिलाफ बेहद बिखरी हुई गेंदबाजी के बाद बल्लेबाजी में भी भारतीय टीम नाकाम रही। नतीजा यह हुआ कि टीम इंडिया को 191 रनों के बड़े अंतर से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, मैदान पर वैभव समेत खिलाड़ियों को आपा खोते हुए भी देखा गया। भारतीय टीम के इस प्रदर्शन से BCCI खुश नहीं है, इसलिए टीम मैनेजमेंट से रिपोर्ट मांगी गई है।
आमतौर पर किसी भी टूर्नामेंट के अंत में टीम मैनेजर BCCI को एक रिपोर्ट सौंपता है, जिसमें टीम के प्रदर्शन और अन्य सभी पहलुओं का विस्तृत जिक्र होता है। हालांकि इतनी खराब परफॉर्मेंस के बाद BCCI ने अलग रास्ता अपनाया है। बोर्ड अंडर-19 टीम के कोच ऋषिकेश कानिटकर और कप्तान आयुष म्हात्रे के साथ सीधे चर्चा करना चाहता है। इस संबंध में एक रिपोर्ट सामने आई है। बताया जा रहा है कि 22 दिसंबर, यानी सोमवार को बोर्ड की एपेक्स काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया। बोर्ड का मानना है कि पूरे टूर्नामेंट में अंडर-19 टीम के प्रदर्शन पर चर्चा जरूरी है। इसी वजह से पारंपरिक ‘परफॉर्मेंस रिव्यू’ की बजाय BCCI ने टीम मैनेजमेंट से जवाब तलब किया है।
फाइनल में मैदान पर कई बार तनावपूर्ण हालात देखने को मिले। पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ विवाद में आयुष म्हात्रे और वैभव सूर्यवंशी उलझते नजर आए। इस मुद्दे पर पाकिस्तान टीम के कोच सरफराज खान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि जश्न मनाने के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने असम्मानजनक व्यवहार किया। पाक कोच ने कहा कि हमने भारत की उन टीमों के खिलाफ खेला है जो क्रिकेट का सम्मान करना जानती हैं लेकिन इन युवा क्रिकेटरों का व्यवहार ठीक नहीं था।