अगर बीसीसीआई ने सही समय पर सही फैसला लिया है, तो वह यह कि विश्व कप टीम में ईशान किशन को मौका दिया है। 2023 के बाद अब 2026 में वह फिर से देश की जर्सी में खेलते नजर आएंगे। घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर उन्हें यह मौका मिला है। अब एक बार फिर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन फॉर्म का सबूत दिया है। विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच में उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ महज 33 गेंदों में शतक जड़ दिया।
विजय हजारे ट्रॉफी में अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के बी ग्राउंड पर झारखंड और कर्नाटक आमने-सामने हुए। इस मैच में झारखंड ने पहले बल्लेबाजी की। ईशान किशन इस मैच में ओपनिंग के लिए नहीं उतरे, बल्कि उन्होंने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करना चुना। मैदान पर उतरते ही उन्होंने टी20 के अंदाज में आक्रामक बल्लेबाजी शुरू कर दी, जिसका नतीजा तुरंत मिला। उन्होंने 33 गेंदों में शतक पूरा किया और 39 गेंदों में 125 रन बनाकर आउट हुए। उनकी इस पारी में 7 चौके और 14 छक्के शामिल थे। इस शतक के साथ वह भारतीय खिलाड़ियों में लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए।
इसी दिन लिस्ट-ए क्रिकेट में सबसे तेज शतक शाकिबुल गनी ने लगाया। बिहार के कप्तान ने 32 गेंदों में शतक पूरा किया। ईशान किशन ने हाल ही में झारखंड को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब दिलाया था। फाइनल में उन्होंने शतक जड़ा था। मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने 10 पारियों में 517 रन बनाए, औसत 57.44 रहा। इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में उन्हें झारखंड का कप्तान बनाया गया। वहीं दूसरी ओर उन्हें विश्व कप टीम में भी शामिल किया गया। कुल मिलाकर ईशान किशन जिस शानदार लय में हैं, उसे देखते हुए समर्थक उनसे बड़ी उम्मीदें लगाए हुए हैं।