रांचीः लगातार एक के बाद एक मैचों में रिकॉर्ड बनाना जैसे वैभव सूर्यवंशी की आदत बन गई है। कभी देश की जर्सी में, तो कभी आईपीएल में 14 साल का यह क्रिकेटर बार-बार अपनी प्रतिभा का परिचय देता रहा है। हाल ही में एशिया कप के फाइनल में वह असफल रहा था, लेकिन उस झटके से उबरकर वैभव ने शानदार वापसी की। विजय हजारे ट्रॉफी के पहले ही मैच में उतरते ही उसने बल्ले से धमाल मचा दिया। बिहार की ओर से खेलते हुए वैभव ने 36 गेंदों में शतक जड़कर फिर से सुर्खियां बटोरीं। इस शतक के साथ ही उसने विजय हजारे ट्रॉफी में नया कीर्तिमान भी स्थापित कर दिया।
वैभव का तूफानी शतक
बुधवार से विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत हुई। पहले मैच में बिहार का सामना अरुणाचल प्रदेश से हुआ। टॉस जीतकर बिहर ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। वैभव ने गेंदबाजों को बिल्कुल बेबस कर दिया। ओपनिंग करते हुए उसने शुरुआत से ही आक्रामक बल्लेबाजी की। महज 25 गेंदों में वह अर्धशतक तक पहुंच गया। इसके बाद वैभव को चौकों और छक्कों के अलावा कोई और शॉट खेलते हुए शायद ही देखा गया। 36 गेंदों में उसने अपना शतक पूरा किया। मतलब यह कि बाकी 50 रन उसने सिर्फ 11 गेंदों में बना दिए। मैच भले ही वनडे (ODI) था, लेकिन वैभव ने टी20 के अंदाज में विस्फोटक बल्लेबाजी की।
कौन सा रिकॉर्ड बनाया वैभव ने?
36 गेंदों में शतक लगाकर वैभव एक बार फिर रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गया। वह सबसे कम उम्र में लिस्ट-ए क्रिकेट में शतक बनाने वाला खिलाड़ी बन गया। उसने यह उपलब्धि मात्र 14 साल और 272 दिन की उम्र में हासिल की। इतना ही नहीं, विजय हजारे ट्रॉफी और लिस्ट-ए क्रिकेट में भारतीय खिलाड़ियों के बीच यह दूसरा सबसे तेज शतक भी है। वैभव मामूली अंतर से शीर्ष स्थान हासिल करने से चूक गया। पिछले सीजन में पंजाब के अनमोलप्रीत सिंह ने 35 गेंदों में शतक बनाया था। सिर्फ एक गेंद के अंतर से वैभव वह रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके। अंत में वैभव 84 गेंदों में 190 रन बनाकर आउट हुआ। इस पारी में उसने 16 चौके और 15 छक्के लगाए। उसका स्ट्राइक रेट 226.19 का रहा ।