अगर जिंदगी ने अलग मोड़ लिया होता तो शायद रविवार को विशाखापत्तनम में एक अलग ही दृश्य देखने को मिलता। चार हजार रन के मील के पत्थर तक पहुंचकर स्मृति मंधाना का उड़ता हुआ चुंबन गैलरी में खड़े पलाश मुच्छल की ओर जाता ठीक उसी तरह जैसे विराट का प्यार अनुष्का की ओर उड़ान भरता है। हालांकि कुछ दिन पहले अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के आखिरी शब्दों को ही अब स्मृति थामे हुए हैं। ‘मूव ऑन’ करके वह फिर मैदान पर लौट आई हैं अपना जौहर दिखाने।
शादी टूटने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से आकर उन्होंने कहा था कि मैंने क्रिकेट से ज्यादा किसी चीज से प्यार नहीं किया। उसी क्रिकेट में वापसी के मैच ने उनका स्वागत एक नए रिकॉर्ड के साथ किया। महिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत की एकमात्र क्रिकेटर के रूप में वह 4,000 रन के मील के पत्थर तक पहुंचीं। 20-20 क्रिकेट में स्मृति (4007) से आगे सिर्फ सूजी बेट्स (4716) हैं। यह रिकॉर्ड आज नहीं तो कल टूटेगा ही, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ यह मैच स्मृति की महानता के रूप में हमेशा याद रखा जा सकता है।
जिंदगी में अचानक आई अप्रत्याशित बिखराव के बाद भी कैसे कर्तव्य पर अडिग रहा जाता है, चार हजार का यह मील का पत्थर उसी का प्रतीक बन सकता है। इतिहास रचने वाली विश्व विजय जीत के बाद परी-कथा जैसी शादी की तैयारियां, अखबारों की सुर्खियां। हल्दी-संगीत हो जाने के बाद अचानक शादी वाले दिन ही सब कुछ बिखर जाना। मुंबई की इस बाएं हाथ की बल्लेबाज ने इन सबका सामना किया। शादी की घोषणा उन्होंने खुद की थी और उसके टूटने की बात भी उन्होंने खुद ही सोशल मीडिया पर साझा की।
बीच का वह समय कैसा था? हमेशा हंसमुख रहने वाली यह युवा खिलाड़ी खुद को लोगों की नजरों से दूर रखे रही। मन के भीतर कितने तूफान गुजरे, यह उन्होंने कभी जाहिर नहीं किया। कठिन समय कितना असहनीय हो सकता है, यह वही व्यक्ति जानता है जो घटनाओं के केंद्र में होता है या उसके बहुत करीबी लोग। वरना ऑस्ट्रेलिया में विमेंस बिग बैश के बीच सब कुछ छोड़कर जेमाइमा रोड्रिग्स उनके पास रहने क्यों आतीं?
मेंटल हेल्थ के कारण ओलंपिक स्वर्ण विजेता जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स से लेकर जापान की टेनिस स्टार नाओमी ओसाका तक को ब्रेक लेना पड़ा। अब लौट आने के बाद भी ईशान किशन की जिंदगी के एक दौर पर इस मुद्दे का असर रहा। ऐसे में स्मृति के साथ जो हुआ, वह तो जीवन की बड़ी विपदा थी। फिर भी स्मृति ने एक भी मैच से खुद को अलग नहीं किया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रूमेली धर ने कहा कि पहले से ही मशहूर और सफल होने की वजह से स्मृति के प्रदर्शन पर हमेशा नजर रहती है। नाम के साथ न्याय करना पड़ता है। उसके ऊपर उनकी जिदगी में जो कुछ हुआ, उसके बाद के मैच में वह कैसे खेलेंगी इस पर भी चर्चा थी। इन सब बातों को संभालते हुए प्रदर्शन करना बहुत बड़ी मानसिक मजबूती मांगता है। स्मृति कितनी मजबूत हैं, कितनी बड़ी परफॉर्मर हैं, यह उन्होंने सहजता से मैदान पर लौटकर साबित कर दिया।