मॉस्को: रूस की एक अदालत ने गुरुवार को पुतिन के आलोचक और प्रोप-वार एक्टिविस्ट सेरगेई उडल्त्सो को आतंकवाद को सही ठहराने के आरोप में दोषी ठहराते हुए छह साल की जेल की सजा सुनाई। उडल्त्सो, जो लेफ्ट फ्रंट आंदोलन के नेता और कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े हैं, पिछले साल गिरफ्तार हुए थे।
रूसी स्वतंत्र न्यूज़ साइट मीडियाज़ोना के अनुसार, उनके खिलाफ आरोप उस लेख के कारण लगे, जिसे उन्होंने ऑनलाइन पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने रूस के अन्य एक्टिविस्ट समूह का समर्थन किया था, जिन्हें आतंकवादी संगठन बनाने के आरोप में दिसंबर की शुरुआत में 16 से 22 साल की सजा सुनाई गई थी।
उडल्त्सो ने आरोपों को झूठा बताया और फैसले को “शर्मनाक” करार देते हुए भूख हड़ताल की घोषणा की। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने उन्हें अधिकतम सुरक्षा वाले जेल कॉलोनी में सजा भुगतने का आदेश दिया। उडल्त्सो रूस में 2011-12 के बड़े विरोध प्रदर्शनों के प्रमुख नेता थे, जो पार्लियामेंट चुनावों में कथित धांधली के विरोध में हुए थे। फरवरी 2012 में उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति दिमित्रि मेदवेदेव के साथ विपक्षी नेताओं की बैठक में भी हिस्सा लिया था।
यूक्रेन पर रूसी सेना की कार्रवाई के बाद, रूस में असहमति और स्वतंत्र आवाजों पर सख्ती बढ़ गई है। इसके तहत अधिकार समूहों, स्वतंत्र मीडिया, नागरिक संगठन, LGBTQ+ एक्टिविस्ट और कुछ धार्मिक समूहों को निशाना बनाया गया। सैकड़ों लोग जेल गए और हजारों देश छोड़कर भाग गए।
2023 में ही मॉस्को की अदालत ने उडल्त्सो को रेड स्क्वायर पर एक रैली आयोजित करने के नियमों का उल्लंघन करने के लिए 40 घंटे का अनिवार्य श्रम भी दिया था। इसके अलावा 2014 में उन्हें 2012 के विरोध प्रदर्शन में भूमिका निभाने के लिए 4½ साल की सजा सुनाई गई थी, जिन्हें उन्होंने 2017 में पूरी कर ली थी।