लंदन: वैश्विक संघर्षों, यूरोप पर छाए यूक्रेन युद्ध के साए, आप्रवासन को लेकर समाजों में बढ़ते विभाजन और राजनीतिक कटुता के बीच ब्रिटेन के राजा किंग चार्ल्स तृतीय ने अपने वार्षिक क्रिसमस संदेश में लोगों से दया, करुणा और एकता को प्राथमिकता देने की अपील की।
वेस्टमिंस्टर एबे से दिए गए अपने संबोधन में राजा चार्ल्स ने कहा कि क्रिसमस की कथा जिसमें ज्ञानी और चरवाहे अंधेरी रात में अपने उद्धारकर्ता की खोज में निकलते हैं-हमें यह सिखाती है कि हम दूसरों की संगति और दया से शक्ति प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “अनिश्चितता के समय में, जीवन जीने के ये तरीके सभी महान आस्थाओं द्वारा संजोए जाते हैं और हमें आशा, लचीलापन और विपरीत परिस्थितियों में डटे रहने की ताकत देते हैं।”
शांति का रास्ता: क्षमा, सम्मान और संवाद
किंग चार्ल्स ने कहा कि शांति केवल टकराव से नहीं, बल्कि क्षमा, पड़ोसियों को जानने और एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाने से आती है। उन्होंने जोड़ा, “हमारे समाजों की विविधता में ही वह शक्ति है, जिससे सही, गलत पर विजय पा सकता है।” यह भाषण ऐसे समय आया है जब यूरोपीय नेता यूक्रेन के समर्थन में जुटे हैं और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख को लेकर अटकलें तेज हैं। एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के भीतर अवैध आप्रवासन और कमजोर होती सार्वजनिक सेवाओं को लेकर राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
तीर्थयात्रा का प्रतीक और इतिहास से सीख
इंग्लैंड के चर्च के प्रमुख होने के नाते राजा चार्ल्स ने अपने संदेश के लिए वेस्टमिंस्टर एबे को चुना ताकि “तीर्थयात्रा” की भावना को रेखांकित किया जा सके। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा भविष्य की ओर बढ़ने के साथ-साथ अतीत से सीखने का भी प्रतीक है। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें उन वीरों के साहस और बलिदान को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने कठिन समय में समाज को एकजुट रखा।
शाही परिवार और व्यक्तिगत संदेश
क्रिसमस के दिन राजा चार्ल्स और क्वीन कैमिला, प्रिंस विलियम, केट और उनके बच्चों के साथ सैंड्रिंघम एस्टेट में चर्च गए और आम लोगों से मिले। यह संदेश राजा के कैंसर उपचार को लेकर हालिया “अच्छी खबर” के बाद आया है, जिसमें उन्होंने बताया था कि नए साल में उनका इलाज कम किया जाएगा। अपने संदेश का सार स्पष्ट करते हुए राजा चार्ल्स ने कहा कि भले ही समय बीत जाए, नई शुरुआत की उम्मीद हमेशा रहती है और शांति संभव है।