ढाकाः ढलती शाम में बांग्लादेश के पूर्वाचल इलाके में ‘36 जुलाई एक्सप्रेसवे’ के पास का क्षेत्र लोगों से गुलजार था। 6314 दिनों बाद बांग्लादेश की धरती पर कदम रखकर बीएनपी समर्थकों के सामने आए खालिदा जिया के पुत्र तारिक रहमान। 2024 में हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश की राजनीति में बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक और अधिक मजबूत होकर उभरे हैं। 17 वर्षों के ‘स्वैच्छिक निर्वासन’ को समाप्त कर गुरुवार को वह क्या संदेश देंगे, इस पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी नजर थी।
इस दिन मंच से उन्होंने एक नए सपने की बात रखी। मानवाधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले मार्टिन लूथर किंग के ऐतिहासिक भाषण की गूंज उनके शब्दों में सुनाई दी। तारिक ने कहा, “मार्टिन लूथर किंग ने कहा था, ‘आई हैव ए ड्रीम’ (मेरा एक सपना है)। आज मैं भी कहता हूं, ‘आई हैव ए प्लान’ (मेरी एक योजना है)।” साथ ही उन्होंने कहा कि वह नए बांग्लादेश के निर्माण की इस योजना को साकार करने के लिए काम करेंगे। इसके लिए बीएनपी नेता ने आम जनता से सहयोग की भी अपील की।
युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद से ही सीमा पार पश्चिम बंगाल में भी माहौल गरम रहा है। इस पृष्ठभूमि में गुरुवार को मंच से तारिक ने शांति का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर एक सुरक्षित बांग्लादेश बनाना चाहते हैं, जहां कोई भी घर से बाहर निकलते समय सुरक्षित लौटने को लेकर निश्चिंत रह सके।” अपने भाषण में उन्होंने हादी का उल्लेख करते हुए कहा, “उस्मान हादी बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना चाहते थे। हम सभी मिलकर वैसा ही बांग्लादेश बनाएंगे जिसकी हम उम्मीद करते हैं। हमें धैर्य रखना होगा। आने वाले दिनों में हम देश में शांति चाहते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने मंच से शेख हसीना सरकार की आलोचना भी की।
बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती खालिदा जिया से मुलाकात किए बिना जनसभा में शामिल होने को लेकर तारिक को राजनीतिक आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “खालिदा जिया ने इस देश की मिट्टी और लोगों को अपने जीवन से भी अधिक प्यार किया है। उनके साथ क्या हुआ, यह सभी जानते हैं। एक बेटे के रूप में मेरा मन मेरी मां के बिस्तर के पास, उस अस्पताल के कमरे में पड़ा है। लेकिन जिन लोगों के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया, उन्हें मैं छोड़ नहीं सकता। इसलिए अस्पताल जाने से पहले आप सभी के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए यहां खड़ा हूं।”
महत्वपूर्ण रूप से, इस दिन तारिक ने धर्म, जाति, पेशा और लिंग के भेदभाव से ऊपर उठकर एक नए बांग्लादेश के निर्माण का आह्वान किया। उन्होंने यह संदेश भी दिया कि उस नए बांग्लादेश में अव्यवस्था के लिए कोई जगह नहीं होगी।