वर्तमान में देश की सबसे लग्जरी ट्रेनों में वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की गिनती होती है। यात्री सुविधाएं व सुरक्षा, तेज रफ्तार और कम समय में लंबी दूरी तय करने के लिए रेलवे यात्रियों की पहली पसंद वंदे भारत एक्सप्रेस ही है।
भारतीय रेलवे एक ओर जहां वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को शुरू करने की तैयारियां पूरी कर रही है। वहीं दूसरी ओर रेलवे ने अब कुछ खास रूट्स पर 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन करने का फैसला लिया है। वर्तमान में देशभर में अलग-अलग रूट्स पर 150 वंदे भारत एक्सप्रेस चलायी जाती है।
जिन रूट्स पर 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का फैसला लिया गया है, उनमें शामिल है -
- वाराणसी-नई दिल्ली-वाराणसी : वाराणसी से नई दिल्ली के बीच इस ट्रेन का ठहराव प्रयागराज और कानपुर में भी होता है।
- नई दिल्ली-कटरा-नई दिल्ली : इस ट्रेन का ठहराव नई दिल्ली के बाद अंबाला, लुधियाना, जम्मू तवी और आखिर में कटरा में होता है।
- मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल : महाराष्ट्र और गुजरात के बीच चलने वाली इस ट्रेन का ठहराव मुंबई सेंट्रल, बोरीवली, वापी, सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और आखिर में गांधीनगर में होता है।
- विशाखापट्टनम-सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम : इन दोनों शहरों के बीच इस ट्रेन का ठहराव राजमुंदरी, विजयवाड़ा, खम्मम, वारांगल में होता है।
- अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर : राजस्थान और पंजाब के बीच चलने वाली इस वंदे भारत एक्सप्रेस का ठहराव अजमेर के बाद जयपुर, अल्वर, गुरुग्राम और दिल्ली कैंट स्टेशन पर भी होता है।
क्यों 20 कोच की वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का फैसला?
इसके साथ ही 3 और रूट्स पर 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने का फैसला भारतीय रेलवे ने लिया है। इनमें शामिल है - मैंगलुरु सेंट्रल-तिरुवनंतपुरम सेंट्रल, सिकंदराबाद-तिरुपति, चेन्नई ईग्मोर-तिरुनेलवेली। बताया दें, शुरुआत में 16 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया गया था।
लेकिन बाद कुछ रुट्स पर 8 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी चलाया जाने लगा। अब यात्रियों की बढ़ती संख्या और अधिक मांग को ध्यान में रखते हुए 20 कोच वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने का फैसला भारतीय रेलवे की ओर से लिया गया है।