नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच हवाई संपर्क को मजबूती देने वाली एक अहम पहल के तहत चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस 2 जनवरी 2026 से दिल्ली-शंघाई के बीच रोजाना नॉन-स्टॉप उड़ान शुरू करने जा रही है। चीन के दूतावास ने इसे भारत-चीन यात्रियों के लिए “अच्छी खबर” बताते हुए इसकी आधिकारिक घोषणा की है।
चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि दिल्ली-शंघाई की दैनिक उड़ानों के साथ ही कोलकाता–कुनमिंग रूट को भी जल्द बहाल किया जाएगा, जबकि मुंबई-शंघाई के बीच सीधी उड़ान शुरू करने की दिशा में भी काम चल रहा है।
चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस के अनुसार, रोजाना उड़ान शुरू करने का फैसला यात्रियों की मजबूत मांग और व्यापारिक साझेदारों से मिले सकारात्मक फीडबैक के बाद लिया गया है। गौरतलब है कि नवंबर 2025 में इस रूट को करीब पांच साल के लंबे अंतराल के बाद दोबारा शुरू किया गया था। शुरुआत में एयरलाइन ने सप्ताह में तीन से पांच उड़ानों की योजना बनाई थी, लेकिन जबरदस्त रिस्पॉन्स के चलते इसे सीधे दैनिक सेवा में बदलने का निर्णय लिया गया।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और चीन के बीच वर्ष 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। इसके बाद पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध और जून 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़पों ने द्विपक्षीय रिश्तों को गंभीर रूप से प्रभावित किया। यह टकराव 1962 के बाद दोनों देशों के संबंधों का सबसे निचला स्तर माना गया।
हालांकि, कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ताओं के बाद हालात में सुधार आया। अक्टूबर 2024 में देपसांग और डेमचोक जैसे अंतिम विवादित क्षेत्रों को लेकर डिसएंगेजमेंट समझौता हुआ। इसके कुछ ही दिनों बाद रूस के कज़ान शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई, जिसमें द्विपक्षीय संबंध सुधारने के लिए कई अहम फैसले लिए गए।
हाल के महीनों में दोनों देशों ने विश्वास बहाली के कई कदम उठाए हैं। कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और अब उड़ान सेवाओं का विस्तार उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। दिल्ली-शंघाई की रोजाना नॉन-स्टॉप उड़ान से न केवल पर्यटन, बल्कि व्यापार, शिक्षा और लोगों के आपसी संपर्क को भी नई गति मिलने की उम्मीद है।