चेन्नई: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एच. राजा ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर चेन्नई स्थित पार्टी मुख्यालय में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष वी. पी. दुरईस्वामी और प्रदेश सचिव अमर प्रसाद रेड्डी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में एच. राजा ने तमिलनाडु की डीएमके सरकार से अपील की कि वह अटल बिहारी वाजपेयी को सम्मान देते हुए राज्य में बन रहे नए पार्कों में से कम से कम एक पार्क का नाम उनके नाम पर रखे। उन्होंने कहा कि डीएमके, जो वाजपेयी जी के कार्यकाल के दौरान एनडीए सरकार का हिस्सा थी, उसे चाहिए कि वह पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में तमिलनाडु में बन रहे नए पार्कों में से किसी एक का नाम उनके नाम पर रखे।
एच. राजा ने डीएमके सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद से ही सरकार पर कई अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि डीएमके सरकार के सत्ता में आते ही पहला भ्रष्टाचार स्वच्छता कार्यों में देखने को मिला। 100-दिवसीय रोजगार योजना में कागजों पर काम करने वाले मजदूरों की संख्या वास्तविक संख्या से अधिक दिखाई गई है। धान भंडारण गोदामों के लिए केंद्र सरकार ने 300 करोड़ रुपये दिए, वह पैसा कहां गया? अनुसूचित समुदायों के लिए आवास योजना के फंड का भी दुरुपयोग किया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य सरकारों के विपरीत, पीएम मोदी ने महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए एच. राजा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) पर की गई आलोचना पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग पूरी पारदर्शिता के साथ यह प्रक्रिया चला रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक 24 लाख से अधिक मृत मतदाताओं की पहचान कर उन्हें सूची से हटाया गया है। लगभग 80 प्रतिशत मतदाता स्थान बदल चुके हैं और उन्हें जनवरी से पहले पुनः पंजीकरण कराना होगा। बीएलओ राज्य सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं। कलेक्टर और तहसीलदार इस कार्य को देख रहे हैं। एसआईआर एक खुली और पारदर्शी प्रक्रिया है, इसमें किसी केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग नहीं किया जा रहा।
गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल विभिन्न राजनीतिक दलों से बातचीत कर रहे हैं और जल्द ही इस पर निर्णय की घोषणा की जाएगी। तमिलनाडु की वित्तीय स्थिति पर बोलते हुए एच. राजा ने दावा किया कि राज्य का कर्ज लगभग दोगुना हो गया है। उन्होंने कहा कि 2021 तक तमिलनाडु पर 4.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था, जो अब बढ़कर 9.3 लाख करोड़ रुपये हो गया है। डीएमके सरकार ने मात्र पांच वर्षों में भारी कर्ज लिया है। वे उत्तर प्रदेश और बिहार के विकास पर सवाल उठाते हैं, जबकि तमिलनाडु की प्रति व्यक्ति आय 56 हजार रुपये है, फिर भी कर्ज लगातार बढ़ रहा है। वहीं बिहार का राज्य कर्ज अपेक्षाकृत कम है। अंत में एच. राजा ने एक बार फिर तमिलनाडु सरकार से आग्रह किया कि वह अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को सम्मान देते हुए सार्वजनिक ढांचों का नाम उनके नाम पर रखे।