घर का ड्राइंग रूम ऐसा स्थान है जहाँ मेहमान आते हैं और परिवार के सभी सदस्य समय बिताते हैं। खासकर आज के फ्लैट कल्चर में, दिन का अधिकांश समय ड्राइंग रूम में ही बीतता है। वास्तु के अनुसार, यहीं सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है। इसलिए ड्राइंग रूम में कौन सा रंग चुनते हैं, इसका प्रभाव मानसिक शांति, संबंधों और यहाँ तक कि धन भाग्य पर भी पड़ता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, सही रंग सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और गलत रंग नकारात्मकता को बढ़ाता है।
ड्राइंग रूम में कौन सा रंग कराएँ ?
हल्का पीलाः
यह रंग सूर्य का प्रतीक है। यह कमरे में गर्मजोशी, खुशी और सकारात्मक भावनाएं लाता है। ड्राइंग रूम में यह रंग अपनापन और उत्साह बढ़ाता है। मानसिक शांति देता है।
क्रीम या ऑफ-व्हाइटः
यह रंग तटस्थ है लेकिन अत्यंत शुभ है। यह कमरे में शांति और सफाई का अहसास लाता है। अगर आप सुरुचिपूर्ण लेकिन साफ-सुथरा माहौल पसंद करते हैं तो यह रंग आदर्श है।
हल्का हराः
प्रकृति का प्रतीक यह रंग मानसिक शांति और संतुलन लाता है। ड्राइंग रूम में यह रंग रखने से आराम और सकारात्मक भाव बनाए रहते हैं। पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं।
आसानी या हल्का नीलाः
यह रंग मन को शांत करता है, मानसिक तनाव कम करता है और रचनात्मकता बढ़ाता है। उत्तर या पूर्व की ओर मुख किये कमरे में यह रंग अत्यंत शुभ माना जाता है।
पीच या गुलाबीः
प्रेम, सहानुभूति और सौहार्द का प्रतीक। यह रंग पारिवारिक संबंधों को मधुर बनाता है और घर के वातावरण को आकर्षक बनाता है।
कौन सा रंग नहीं करवाना चाहिए ?
काला या बहुत गहरा ग्रेः
वास्तु के अनुसार, काला शुभ ऊर्जा को अवशोषित करता है और नकारात्मकता बढ़ाता है। यह मन को भारी और उदास बना देता है, जिससे संबंधों में दूरी आ सकती है।
गहरा लाल या गहरा नारंगीः
हालाँकि ये उज्ज्वल रंग हैं, लेकिन अत्यधिक गहरे रंग से क्रोध, बेचैनी और उत्तेजना बढ़ती है। इससे कमरे का शांत वातावरण बिगड़ सकता है।
बैंगनी या गहरा नीलाः
अत्यधिक गहरा बैंगनी या नीला रंग कमरे में उदासी का भाव पैदा करता है। विशेषकर छोटे कमरे में यह रंग कमरे को और भी बंद और संकरा दिखाता है।