25 दिसंबर को विश्वभर में ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जाता है। मूलतः यह ईसाइयों का प्रमुख उत्सव है लेकिन लगभग सभी धर्मों के लोग इसे खुशी के साथ मनाते हैं। चलता है शोर-शराबा, उपहारों का लेन-देन। इस समय यह सवाल अक्सर दिमाग में आता है कि किसको कौन सा उपहार देना चाहिए। उपहार देखकर सामने वाला खुश होगा या नहीं, और क्या वह उपहार शुभ सिद्ध होगा या नहीं, ऐसी कई बातें हमारे मन में चलती रहती हैं। इस मामले में वास्तु शास्त्र आपकी मदद कर सकता है। वास्तु नियमों का ध्यान रखकर उपहार देने से जीवन से कष्ट दूर होंगे और जीवन खुशी में भर जाएगा। वहीं कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिन्हें कभी भी उपहार के रूप में नहीं देना चाहिए। ऐसे उपहार दाता और ग्रहक दोनों के लिए हानिकारक होते हैं।
क्रिसमस पर वास्तु के अनुसार क्या देना है ?
क्रिसमस ट्री को उपहार के रूप में देना और प्राप्त करना बहुत शुभ होता है। ऐसा माना जाता है कि इससे एक-दूसरे के बीच प्यार और सम्मान बढ़ता है।
रिश्ते की मिठास बनाए रखने के लिए ताजे फूल या फूल-पत्ती की पेंटिंग उपहार में देना बहुत शुभ होता है। वास्तु के अनुसार पायनियर का फूल शुभ होता है। इस फूल को उपहार में देने या प्राप्त करने से परिवार में समृद्धि आती है।
वास्तु शास्त्र में सात घोड़ों को भेंट देना और उनकी तस्वीरें लेना शुभ माना जाता है। सात घोड़ों को सूर्य के रथ का प्रतीक माना जाता है। घर में ऐसी तस्वीरें रखने से आय का स्रोत बढ़ता है, साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है।
ज्योतिष और वास्तु शास्त्रों दोनों में सोने और चांदी को शुभ धातु माना गया है। इसलिए अगर आप चांदी या सोने से बनी कोई चीज उपहार में देंगे तो दूसरे व्यक्ति को समृद्धि मिलेगी, साथ ही उसका शुभ प्रभाव शरीर के लिए भी अच्छा रहेगा।
लाफिंग बुद्धा या कोई भी मिट्टी की वस्तु वास्तु के अनुसार उपहार में दी जा सकती है। जिसे यह उपहार मिलता है वह अपने सभी कार्यों में सफल होता है। साथ ही उनके जीवन में सुख और शांति अटूट है।
भूल से भी जो उपहार नहीं देना चाहिए
हम में से कई लोग मानते हैं कि भगवान की मूर्ति या पेंटिंग उपहार में देना शुभ होता है लेकिन यह एक गलत धारणा है। वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में भगवान की मूर्ति स्थापित करने से शुरू होकर, उनकी देखभाल के विभिन्न नियमों का पालन करना आवश्यक है। ऐसा न करने पर उस व्यक्ति और उसके परिवार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जिस उपहार की देखभाल की जा सके, वही उपहार देना चाहिए।
धातु से बनी तेज वस्तुएँ जैसे कैंची, चाकू, तलवार या कोई ज्वलनशील पदार्थ उपहार के रूप में नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आपसी रिश्ते खराब हो जाते हैं।
वास्तु के अनुसार रूमाल और पेन भी उपहार में नहीं देने चाहिए। इसके कारण दोनों पक्षों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
व्यापारी यदि अपने व्यवसाय से संबंधित कोई वस्तु उपहार में देते हैं, तो वे व्यवसाय में नुकसान झेल सकते हैं।
जल से संबंधित वस्तुएँ, जैसे एक्वेरियम, झरना, कछुआ आदि उपहार देने से आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
साथ ही कांटों वाले या बोंसाई पेड़ भी उपहार में नहीं देना चाहिए।