साउथ अफ्रीका के एक हॉस्टल में नरसंहार का भयानक मामला सामने आया है, जिसमें 3 लोग हॉस्टल में बंदूकें लेकर घुस गए और 25 लोगों पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। इस अटैक में 3 साल, 12 और 16 साल के बच्चों की मौत हो गई है। ये हमले साउथ अफ्रीका में बढ़ते अवैध बारों से जुड़ा बताया जा रहा है।
दक्षिण अफ्रीका की राजधानी प्रिटोरिया के सॉल्सविल टाउनशिप में स्थिक एक हॉस्टल में भयानक नरसंहार का मामला सामने आया है। हॉस्टल परिसर में बंदूक लेकर घुसे 3 लोगों ने खून की होली खेली है। इन लोगों ने 25 लोगों को निशाना बनाते हुए अंधाधुन फायरिंग को अंजाम दिया है, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई, मरने वालों में से एक 3 साल का मासूम भी था। जिन्हें गोली लगी उनमें से ज्यादातर लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया लेकिन बचे हुए घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मरने वालों में कितने बच्चे ?
बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह करीब 4:30 बजे 3 लोग बंदूकें लेकर हॉस्टल परिसर में घुसे और उन्होंने शराब पी रहे पुरुषों के एक समूह को निशाना बनाया. बिना कुछ बोले इन हत्यारों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की, प्रवक्ता अथलेन्डा माथे ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमले में 10 पीड़ितों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक ने अस्पताल में दम तोड़ा। पुलिस के मुताबिक मृतकों में तीन साल का एक मासूम बच्चा, एक 12 साल का लड़का और एक 16 साल की लड़की शामिल है। इसके अलावा 14 अन्य लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
‘शीबीन’ का मामला
प्रीटोरिया से करीब 18 किलोमीटर दूर घटी इस घटना ने पूरे देश के हिलाकर रख दिया है। नरसंहार को अंजाम देने के बाद बंदूकधारी फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि असल में ये अवैध शराब ठेकों यानी ‘शीबीन’ का मामला है। पुलिस प्रवक्ता माथे ने बताया कि बढ़ती हिंसा के पीछे का मुख्य कारण अवैध बार हैं, ये बार बिना किसी नियम के संचालित होते हैं और अक्सर आपराधिक गतिविधियों के केंद्र बन जाते हैं, जो कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर रहे हैं।